Bholaa Movie Review: अजय देवगन की ‘भोला’ बोले तो एक्शन, एक्शन और सिर्फ एक्शन

Bholaa Movie Review: अजय देवगन को साउथ रीमेक्स का किंग कहा जाता है. जब भी उन्होंने साउथ की रीमेक बनाई है, उसने उन्हें जमकर लोकप्रियता दिलाई है. फिर वह सिंघम हो या सन ऑफ सरदार या फिर दृश्यम. जानें कैसी है ‘कैथी’ की रीमेक ‘भोला’.

नई दिल्ली: 

अजय देवगन को साउथ रीमेक्स का किंग कहा जाता है. जब भी उन्होंने साउथ की रीमेक बनाई है, उसने उन्हें जमकर लोकप्रियता दिलाई है. फिर वह सिंघम हो या सन ऑफ सरदार या फिर दृश्यम. अब इसी कड़ी में अजय देवगन ने ‘कैथी’ का हिंदी रीमेक ‘भोला’ नाम से बनाया है. दिलचस्प यह कि रेडीमेड कहानी और पूरा मसाला मौजूद होने के साथ ही अजय देवगन ने डायरेक्शन का जिम्मा खुद ही संभाला. ‘कैथी’ को लोकेश कनगराज जैसे अनुभवी और अपने काम में माहिर डायरेक्टर ने बनाया था. वहीं ‘भोला’ को एक अनुभवी सुपरस्टार ने डायरेक्ट किया है तो दोनों का अंतर तो लाजिमी है नजर आएगा ही. बस यही अंतर, ‘भोला’ में कई जगहों पर दिखता है.

‘भोला’ की कहानी अजय देवगन की है. उसकी एक बेटी है और उसे उससे मिलने जाना है. वहीं पुलिस अफसर तब्बू है और उसने एक गिरोह की बड़ी खेप को पकड़ा है. वहीं एक पुलिस स्टेशन है और उस पर हमला होने वाला है. ऐसे में कहानी के तार एक के साथ एक जुड़ते जाते हैं और आखिर में फोकस में आ जाता है भोला. इस तरह भोला की कहानी कैथी जैसी ही है, सिर्फ अंतर है तो पुलिस अफसर तब्बू का. पूरी कहानी के फोकस में रहते हैं अजय देवगन. अब डायरेक्टर अजय देवगन हैं, और एक्शन उनको पसंद है. ऐसे में फिल्म में एक्शन के नाम पर जो न दिखे वह कम है. अजय देवगन एक्शन के लिए अपनी कल्पना की ऊंची उड़ानें भरते हैं और यहां यह फिल्म कैथी से थोड़ी अलग हो जाती है.

अजय देवगन पूरी फिल्म में छाए रहे हैं. एक्टिंग और एक्शन के मोर्चे पर उन्होंने अच्छा काम किया है. एक्शन तो उनका दमदार रहता ही है. किरदार को भी उन्होंने बखूबी निभाया है. तब्बू ने हमेशा की तरह एक्टिंग के जौहर दिखाए हैं. वैसे भी तब्बू और अजय देवगन की जोड़ी शुरू से ही सुपरहिट रही है, जिसकी शुरुआत ‘विजयपथ (1994)’ से हुई थी. दीपिक डोबरियाल का किरदार भी यादगार रहेगा. बाकी सबने भी ठीक-ठाक काम किया है. ‘भोला’ अजय देवगन के फैन्स और एक्शन फिल्मों के शौकीनों के लिए मजेदार फिल्म है.

रेटिंग: 3/5 स्टार
डायरेक्टर: अजय देवगन
कलाकार: अजय देवगन, तब्बू, दीपक डोबरियाल, संजय मिश्रा, मकरंद देशपांडे, गजराज राव और अमला पॉल

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