बालोद : बालोद जिला प्रशासन द्वारा कुपोषण दूर करने हेतु किया जा रहा है आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों को अण्डा वितरण करने का अभिनव प्रयास
6867 कुपोषित बच्चों को प्रदान किया जा रहा है
सप्ताह में 05 दिन अण्डा एवं 1071 बच्चों को सोयाबड़ी
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप बालोद जिले में नन्हे-मुन्हे बच्चों को कुपोषण की समस्या से शत प्रतिशत निजात दिलाने हेतु कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा के निर्देशानुसार बालोद जिला प्रशासन द्वारा पुख्ता उपाय सुनिश्चित किए जा रहे हैं। बालोद जिले को पूरी तरह से कुपोषण मुक्त बनाने हेतु जिला प्रशासन एवं महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों को गरम पौष्टिक भोजन के साथ-साथ अण्डा एवं चिक्की वितरण आदि सभी जरूरी उपाय किए जा रहे हैं। इसके साथ ही इस कार्य को जन अभियान बनाकर इस कार्य में समाज की सभी वर्गों की सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है। कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा के विशेष पहल पर जिला खनिज न्यास निधि से जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों के कुल 6867 कुपोषित बच्चों को सप्ताह में 05 दिन उबला अण्डा एवं अण्डा नहीं खाने वाले 1071 कुपोषित बच्चों को सोयाबड़ी प्रदान किया जा रहा है। बालोद जिले में जिला प्रशासन के इस अभिनव प्रयासों का बहुत ही अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। जिला प्रशासन एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी निरंतर अंागनबाड़ी केन्द्र में प्रतिदिन निरीक्षण कर इस कार्य की सतत् माॅनीटरिंग कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों के कुपोषित बच्चों के लिए जिला खनिज न्यास निधि से अण्डा वितरण कार्य का शुभारंभ 07 नवम्बर को किया गया। इस दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंडिया, संसदीय सचिव श्री कुंवर सिंह निषाद एवं विधायक संजारी-बालोद श्रीमती संगीता सिन्हा ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आयोजित समारोह में उपस्थित होकर इस योजना का विधिवत् शुभारंभ किया।
आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों को नियमित रूप से सप्ताह में 05 दिन उबला अण्डा और सोयाबीन बड़ी तथा पौष्टिक भोजन खिलाए जाने के फलस्वरूप कुपोषण मुक्ति अभियान में इसका शीघ्र परिणाम भी दिखने लगा है। इस अभियान की सफलता का परिणाम है कि वर्तमान में जिले के 6619 बच्चे कुपोषण से मुक्त हो गए हैं। ज्ञातव्य हो कि कुपोषित बच्चों को पर्याप्त पोषण आहार के साथ-साथ अतिरिक्त प्रोटिन व कैलोरी की भी आवश्यकता होती है। जिससे उनका समुचित शारीरिक एवं मानसिक विकास हो सके।
बाल विकास परियोजना डौंण्डी-2 के अंतर्गत सभी 6 सेक्टर मे 01 वर्ष से 06 वर्ष के सभी कुपोषित बच्चो को 07 नवम्बर 2022 से सप्ताह मे पांच दिन अंडा प्रदान किया जा रहा है। इसके अंतर्गत सेक्टर घोटिया के केन्द्र सिघोला क्रमांक 03 मे जुडवा बच्चो को अंडा दिया जा रहा था जिससे दोनो का वजन माह नवम्बर 2022 मे 11.00 कि.ग्रा. से बढकर वर्तमान मे 11.500 हो गया। इस प्रकार दोनो कुपोषित बच्चे समान्य श्रेणी मे आ गये। मुख्यमंत्री सुपोषण योजना एवं जिला प्रशासन द्वारा कुपोषण दूर करने हेतु किए जा रहे प्रयासों का प्रत्यक्ष परीणाम बालोद जिले में अब दिखने लगा है। इसके फलस्वरूप आज से कुछ दिन पूर्व आगनबाड़ी केंद्र क्रमांक-01 ग्राम सिब्दी के मध्यम कुपोषित बच्चे डिलेश कुमार पटेल आज जिला प्रशासन के प्रयासों से नियमित पौष्टिक भोजन एवं समुचित देखभाल के कारण आज सामान्य श्रेणी में आ गया है। डिलेश कुमार पटेल के पिता योगेन्द्र एवं माता सुनंदा पटेल ने बताया कि आज से दो माह पूर्व अक्टूबर माह 10.400 ग्राम होने के कारण वह मध्यम कुपोषित की श्रेणी में था। लेकिन मुख्यमंत्री सुपोषण योजना तथा जिला प्रशासन द्वारा शुरू किए गए सप्ताह में 05 दिन उबला अण्डा खिलाने के कार्य के फलस्वरूप आज उनका वजन 11.7 किलोग्राम तक बढ़कर वह सामान्य श्रेणी में आ गया। डिलेश की स्थिति में लगातार हो रहे सुधार से उनके परिजन बहुत हि प्रसन्नचित हैं। इसके लिए उन्होंने राज्य शासन एवं जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं बालोद जिला प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापित किया। इसी तरह मुख्यमंत्री सुपोषण योजना एवं जिला प्रशासन के प्रयास के फलस्वरूप जिले के सभी सेक्टरों के आंगनबाड़ी केन्द्रों में कुपोषित बच्चों की स्थिति में आशातीत सुधार आ रहा है। इसके साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा बच्चों के घर पहुॅचकर उनके परिजनों को मुख्यमंत्री सुपोषण योजना एवं जिला प्रशासन द्वारा कुपोषण दूर करने हेतु किए जा रहे उपायों की जानकारी दी जा रही है।