श्रद्धा की डीएनए रिपोर्ट और महरौली के घर के बाथरूम से मिले खून के सैंपल पर उनका कहना था कि एक बार रिपोर्ट सामने आएगी तो ही वो कुछ भी कह सकते हैं। उनका कहना है कि वो अपने क्लाईंट को आरोप मुक्त कराने के लिए पैरवी करेंगे।
मामले को लव जिहाद की शक्ल देने के सवाल पर उनका कहना था कि कई लोग इस तरह की बातें कर रहे हैं। उनमें से कुछ वकील भी हैं। लेकिन वो इसे सही नहीं मानते। हर शख्स को अपनी बात कहने का हक है। कुछ लोग आफताब के लिए फांसी की सजा की भी मांग कर रहे हैं। लेकिन वो अपने क्लाईंट की पैरवी कर उसके ऊपर जो आरोप लगे हैं, उनसे उसे बचाने की भरसक कोशिश करेंगे।
ध्यान रहे कि श्रद्धा के पिता की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस ने आफताब को गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ये मामला सनसनी के तौर पर सामने आया। पुलिस का दावा है कि आफताब ने श्रद्धा की हत्या करके उसके शव के टुकड़े किए और फिर उन्हें महरौली के जंगल में फेंकता रहा। फिलहाल पुलिस केस के सारे तारों को जोड़ने की कोशिश में है। आफताब को आज कोर्ट में पेश किया गया था। अविनाश को कोर्ट ने ही आफताब का केस लड़ने का जिम्मा दिया है।