भीषण गर्मीः झारखंड में बंद होंगे स्कूल? शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने स्कूल प्रबंधकों को फैसला लेने को कहा
भीषण गर्मी को देखते हुए निजी स्कूल प्रबंधन को अपने विवेक पर बच्चों को राहत देने के लिए उचित फैसला लेना चाहिए। फिलहाल तापमान में वृद्धि के साथ साथ बच्चों की परेशानी को देखते हुए स्कूल प्रबंधन समिति को कोई भी फैसला लेने का अधिकार है। ताकि इस भीषण गर्मी में बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित नहीं हो। उक्त बातें राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने हिन्दुस्तान से कही।
उन्होंने कहा राज्यभर में बढ़ते तापमान को लेकर सरकार,अभिभावक व स्कूल प्रबंधन को भी इस बात की चिंता है। जिसपर सभी के हितों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेना चाहिए। मालूम हो कि अप्रैल के अंतिम सप्ताह में गर्मी ने अपना कहर बरपाना शुरु कर दिया है। सुबह दस बजते ही धरती की गर्माहट और गर्म हवाओं के कारण जनजीव अस्त व्यस्त है। कई स्कूलों में कक्षा का संचालन सुबह 10 बजे तक किया जा रहा है। लेकिन शहर के कई बड़े अधिकांश स्कूलों में दोपहर 12 बजे तक कक्षा का संचालन किया जा रहा है। इस कारण भीषण गर्मी के कारण स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सुबह से दोपहर तक तापमान में बढ़ोत्तरी से बच्चों को गर्म हवाओं के थपेड़ों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम की इस स्थिति को देखते हुए कई स्कूलों में बच्चों की संख्या कम होती जा रही है। वहीं अभिभावक भी स्कूल प्रबंधन कमेटी के साथ साथ जिला प्रशासन को स्कूल का समय मौसम ठिक होने तक परिवर्तित होने की मांग भी की है। बावजूद इसके अबतक इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं हुई है।
मौसम के जानकारों का कहना है कि यदि यही सिलसिला जारी रहा तो बच्चे गर्मी से बीमार भी हो सकते है। इधर चाईल्ड स्पेशलिस्ट डॉ पीके पांडेय ने कहा है इस गर्मी से बच्चों को बचाकर रखना अतिआवश्यक है। समय समय पर पानी के साथ साथ तरल पदार्थ देना आवश्यक है। तली हुई खाने से परहेज करना चाहिए। यदि थोड़ी भी बीमारी के लक्षण दिखाई दे तो तुरंत चिकित्सक के पास जाना चाहिए।
शुक्रवार को तापमान 43 डिग्री पहुंचा
शुक्रवार को बोकारो का अधिकतम तापमान 43 डिग्री तक पहुंच गया। जिससे लोग दिन भर भीषण गर्मी से परेशान नजर आए। सुरज की तपिश का आलम यह है कि दोपहर 10 बजे के आसपास ही लोगों का सड़क पर निकलना दुर्भर हो गया है। लोग शाम तक घरों में दुबके ही नजर आ रहे है। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रह रहा है। तेज धूप व गर्मी का असर यह है कि रात आठ बजे तक गर्म हवाएं चल रही है। दिन में गर्मी से लोगों के चेहरे झुलस रहे हैं वहीं रात में गर्म हवा व उमस से लोग जमकर परेशानी हो रही है। ऐसे में बिजली का नहीं रहने के कारण लोगों की निंद भी पूरी नहीं हो पा रही है। ऐसे में कई लोग के चिड़चिड़ापन के शिकार भी हो रहे हैं।