रोजाना अचार का सेवन करना सेहत के लिए है नुकसानदायक, हो सकती हैं स्वास्थ्य से जुड़ी ये 4 समस्याएं
अचार का लगातार सेवन करना आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। जानिए कैसे?
खाने के साथ अचार का सेवन करना बहुत से लोगों को पसंद होता है। लेकिन, कुछ लोग अचार खाने के इतने ज्यादा शौकीन होते हैं कि उनको अचार के बिना अच्छे से अच्छा खाना भी फीका लगता है। बाजार में या घर पर तरह-तरह के अचार बनाए जाते हैं। तरह-तरह के चटपटे अचार के साथ आप खाना तो बड़े चाव से खाते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि ये अचार आपके स्वाद को जितना ज्यादा बढ़ाता है, इसके लगातार सेवन की वजह से ये आपकी सेहत को उतना ज्यादा नुकसान भी पहुंचा सकता है? अगर आपको जानकारी नहीं है, तो आइए हम आपको बताते हैं कि लंबे समय तक लगातार अचार खाने से सेहत को क्या नुकसान हो सकते हैं और इसकी वजह क्या है?
नियमित रूप से अचार का सेवन करने से हो सकती हैं स्वास्थ्य से जुड़ी ये 4 समस्याएं
कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है।
अगर आप अचार का ज्यादा सोवन करते हैं तो इससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा रहता है। अचार को लंबे समय तक नमी से बचाने के लिए इसमें ज्यादा तेल डाला जाता है। यही वजह है कि अचार खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा बना रहता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना दिल से जुड़ी बीमारियों को न्यौता देता है।
हो सकती है सूजन की दिक्कत
अचार का ज्यादा सेवन करने की वजह से शरीर में सूजन की दिक्कत भी हो सकती है। क्योंकि अचार को तैयार करने और इसको लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए इसमें जिन प्रिसजर्वेटिव का इस्तेमाल किया जाता है, वो शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। इसी वजह से अचार के ज्यादा सेवन से शरीर में सूजन की दिक्कत हो सकती है। हालांकि, अगर आप घर का बना अचार खाते हैं तो ज्यादा नुक्सान नहीं होगा
एसिडिटी-अल्सर का खतरा
अचार में ज्यादा मसालों का इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही सिरके का इस्तेमाल भी कई तरह के अचार में किया जाता है। इसके लंबे समय तक लगातार सेवन से आपको एसिडिटी और अल्सर होने का खतरा बना रहता है। इसके साथ ही कई और दिक्कतें भी शरीर में हो सकती हैं।
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या
अचार के ज्यादा सेवन से ब्लड प्रेशर हाई होने का खतरा भी बना रहता है। किसी भी तरह के अचार में नमक का इस्तेमाल काफी मात्रा में किया जाता है। इसके लगातार सेवन की वजह से शरीर में नमक की मात्रा ज्यादा हो सकता है, जिसके चलते हाइपरटेंशन और दिल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। इससे साथ ही वॉटर रिटेंशन की दिक्कत भी हो सकती है।