आतंकी हाफिज सईद के बेहद करीबी अब्दुल सलाम भुट्टावी की पाकिस्तान जेल में मौत, 7 महीने बाद पुष्टि
हाफिज अब्दुल सलाम भुट्टावी हाफिज सईद ((Hafiz Saeed) के लश्कर में बहुत ही अहम शख्स था. दो मौकों पर जब हाफिज सईद को जब हिरासत में लिया गया था तो भुट्टावी ने कार्यवाहक अमीर के रूप में काम किया था.
नई दिल्ली:
26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के बेहद करीबी हाफिज अब्दुल सलाम भुट्टावी (Hafiz Saeed’s Deputy Abdul Salam Bhuttavi) की हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है. पाकिस्तानी सरकार की हिरासत में दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हुई, इस बात की पुष्टि 7 महीने बाद संयुक्त राष्ट्र ने की है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अल-कायदा प्रतिबंध समिति के मुताबिक, भुट्टावी की मौत पिछले साल 29 मई को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुरीदके शहर में हुई थी.
हाफिज का बेहद करीबी था भुट्टावी
हाफिज अब्दुल सलाम भुट्टावी हाफिज सईद के लश्कर में बहुत ही अहम शख्स था. दो मौकों पर जब हाफिज सईद को जब हिरासत में लिया गया था तो भुट्टावी ने कार्यवाहक अमीर के रूप में काम किया था. इसके साथ ही उसने लश्कर-ए-तैय्यबा के हर दिन के कार्यों का प्रबंधन कर स्वतंत्र रूप से फैसले भी लिए. नवंबर 2008 के मुंबई हमलों के बाद जब हाफिज सईद जून 2009 तक हिरासत में था, इस दौरान भुट्टावी ने उसका संगठन का संभाला था.
आतंकी हमलों में भुट्टावी की अहम भूमिका
भुट्टावी ने संगठन के संचालन को अधिकृत करने के लिए फतवा जारी करते हुए इसके नेताओं और सदस्यों को निर्देश भी दिए. मुंबई आतंकी हमले के लिए आतंकियों को तैयार करने में भी उसकी भागीदारी रही. उसने इस शहीदी अभियानों में आतंकियों को खूब लेक्चर्स दिए. बता दें कि साल 2008 के मुंबई हमलों में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.
पाकिस्तान में भुट्टावी को मिली 78 साल कैद की सजा
आतंकवादी गतिविधियों में भूमिका के अलावा, भुट्टावी लश्कर-ए-तैयबा के मदरसा नेटवर्क की भी जिम्मेदारी संभालता था. उसने साल 2002 में लाहौर में लश्कर-ए-तैयबा का संगठनात्मक आधार स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई थी. संयुक्त राष्ट्र समिति ने भी पुष्टि की थी कि सईद पाकिस्तान सरकार की हिरासत में था. 73 साल का सईद भुट्टावी आतंकी वित्तपोषण मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद 78 साल की कैद की सजा काट रहा था.
2020 से पाकिस्तान सरकार की हिरासत में था भुट्टावी
प्रतिबंध समिति ने कहा कि सात आतंकी वित्तपोषण मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद सईद भुट्टावी 12 फरवरी 2020 से पाकिस्तान सरकार की हिरासत में था. साल 2008 तक सईद भुट्टवी के घर का पता लाहौर में हाउस नंबर 116ई, मोहल्ला जौहर, के रूप में लिस्टेड था. कई आतंकी हमलों नें भारत सईद का प्रत्यर्पण पाकिस्तान से चाहती थी, इसलिए पाकिस्तान सरकार से बात भी की गई थी.