Delhi Liquor Policy Case: ED ने संजय सिंह का मांगा 7 दिन का रिमांड, कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला

ED की चार्जशीट में संजय सिंह पर 82 लाख रुपये का चंदा लेने का जिक्र है. इसी साल जनवरी में ED ने अपनी चार्जशीट में संजय सिंह का नाम जोड़ा था. इसको लेकर संजय सिंह ने काफी हंगामा मचाया था. संजय सिंह ने दावा किया कि ईडी ने उनका नाम गलती से जोड़ दिया है

नई दिल्ली: 

दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले (Delhi Liquor Policy Case) में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate)ने बुधवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) को गिरफ्तार किया. ईडी (ED)ने गुरुवार को राऊज एवेंयू कोर्ट में संजय सिंह को पेश किया और पूछताछ के लिए अदालत से 7 दिन की रिमांड मांगी. एजेंसी ने कहा कि पेपर पर हमने 10 दिन की रिमांड मांगी है, लेकिन अगर 7 दिन की भी कस्टडी मिलती है तब भी ठीक है. इस दौरान सिंह के वकील ने रिमांड की मांग का कड़ा विरोध किया. अदालत कुछ देर में संजय सिंह की रिमांड पर फैसला सुनाएगी.

जनवरी में ED ने अपनी चार्जशीट में जोड़ा था संजय सिंह का नाम
ED की चार्जशीट में संजय सिंह पर 82 लाख रुपये का चंदा लेने का जिक्र है. इसी साल जनवरी में ED ने अपनी चार्जशीट में संजय सिंह का नाम जोड़ा था. इसको लेकर संजय सिंह ने काफी हंगामा मचाया था. संजय सिंह ने दावा किया कि ईडी ने उनका नाम गलती से जोड़ दिया है. जिस पर ED ने जवाब दिया कि उनकी चार्जशीट में संजय सिंह का नाम चार जगह लिखा गया है. इनमें से तीन जगह नाम सही लिखा गया है. सिर्फ एक जगह टाइपिंग की गलती हो गई थी. जिसके बाद ED ने संजय सिंह को मीडिया में बयानबाजी न करने की सलाह दी थी, क्योंकि मामला कोर्ट में लंबित है.

रॉउज एवेन्यू कोर्ट रूम में क्या हुई बहस:-

-संजय सिंह ने कहा, “अन्याय है मोदी जी का. मोदी जी चुनाव हार रहे हैं. इसलिए यह सब कर रहे हैं. संजय सिंह के वकील को रिमांड कॉपी दी गई.”
-ED के वकील ने कहा, “दो अलग-अलग ट्रांजेक्शन हुए हैं. कुल 2 करोड़ का लेनदेन हैं. सर्वेश मिश्र जो संजय सिंह के लिए काम करते हैं. दिनेश अरोड़ा के बयान के मुताबिक उसने लेनदेन की बात फोन पर कंफर्म की.”
-ED के रिमांड पेपर में सजंय सिंह के घर पर पैसे के लेनदेन का ज़िक्र हुआ. ED ने कहा, “1 करोड़ और दूसरी किश्त में 1 करोड़ का लेनदेन संजय सिंह के घर पर हुआ.”
-ED के रिमांड पेपर में इंडो स्प्रिट से पैसों के लेन देन का भी ज़िक्र हुआ. ED ने कहा सर्वेश को सजंय सिंह का कर्मचारी है. उसको सजंय सिंह के घर पर पैसा दिया गया, दिनेश अरोड़ा ने इसकी पुष्टि किया.
-सजंय सिंह ने कहा, “ED पूरा पूरा झूठ बोल रही है.”
-कोर्ट ने पूछा कि सजंय सिंह के कर्मचारियों का बयान दर्ज किया है?
-कोर्ट ने पूछा कि जब ईडी को लेनदेन की जानकारी काफी समय से है, तो अभी अरेस्ट क्यों किया? ( अगस्त, अक्टूबर 2021 का लेनदेन)
-ED ने कहा कि इस मामले में बयान अभी दर्ज हुए हैं. दिनेश अरोड़ा के कर्मचारी ने बताया कि उसने 2 करोड़ रुपये संजय सिंह के घर पर दिया. इसके अलावा 1 करोड़ इंडो स्प्रिट के ऑफिस से लेकर भी संजय सिंह के घर दिया.
-ED ने कहा कि कल जो सर्च हुई, डिजिटल एविडेंस मिला उसको लेकर कन्फ्रेंट करना है. संजय सिंह का फोन हमने जब्त कर लिया है..कॉन्टैक्ट नंबर मिला है कुछ, हमें कुछ पूछताछ करनी है.
-जज ने पूछा फोन तो आपने ले ही लिया है. सीडीआर निकाल ही लेंगे, तो उसमें कन्फ्रंट करेंगे.
-ED के वकील ने कहा कि सजंय सिंह के फोन से जो कॉन्टेक्ट्स मिले है, डेटा मिला है, उसके बारे में कस्टडी में लेकर पूछताछ ज़रूरी है.
-ED ने रिमांड की मांग करते हुए कहा कि संजय सिंह के घर से जो सबूत मिले है, उनसे सजंय सिंह से पूछताछ करनी है.
-कोर्ट ने सवाल किया-क्या आपने फोन कब्जे में ले लिया. ED के वकील ने हां में जवाब दिया. कोर्ट ने कहा कि जब फोन आपके पास है तो फिर इसमे आरोपी के साथ इसका आमना सामना कराने की क्या ज़रूरत बचती है. आप डेटा वैसे भी निकाल सकते है.
-ED ने कहा कि संजय सिंह के मामले में तीन लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. ED ने कोर्ट से संजय सिंह की 7 दिन की रिमांड की मांग की. ED ने पेपर में 10 दिन की रिमांड मांगी है. लेकिन ED ने कोर्ट से कहा है कि कम से कम 7 दिन की रिमांड चाहिए.
-संजय सिंह के वकील मोहित माथुर ने कोर्ट में दलील देते हुए कहा कि ये सिलसिला कभी रुकने वाला नहीं है. ED का स्टार गवाह दिनेश अरोड़ा, जो ED और CBI दोनों मामलों में आरोपी था. अब दोनों ही मामलों में गवाह बन गया है. उसी विश्वसनीयता सवालों के घेरे में है.
-संजय सिंह के वकील ने कहा जांच एजेंसी जिसको पकड़ना चाहती है, उसको इसके बयान पर पकड़ लेती है. संजय सिंह के वकील ने कहा कि एक बार भी जांच एजेंसी से समन नहीं किया.
-संजय सिंह के वकील ने कहा दिनेश अरोड़ा बार-बार अपना बयान बदल रहा है. 1 अगस्त को जब इसी अदालत ने दिनेश अरोड़ा को ज़मानत दिया, उसके बाद भी उसका टोन बदल गया.
-संजय सिंह वकील मोहित माथुर ईडी द्वारा की गई गिरफ्तारी पर कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई. वकील मोहित माथुर ने कहा कि ED ने ख़ुद माना है कि संजय सिंह को कभी इस केस में इससे पहले समन जारी नहीं हुआ. सर्च से गिरफ्तारी…एक दिन में सब कुछ हो गया.
-संजय सिंह के वकील ने कहा कि दिनेश अरोड़ा इनके पास बीते एक साल से है. समीर महेंद्रू CBI और ED केस में आरोपी है, उसको ज़मानत मिल गई, लेकिन जमानत का कोई विरोध नहीं किया गया. समीर महेंद्रू पर 3 करोड़ की रिश्वत देने का आरोप है लेकिन उसको फिर भी गिरफ्तार नहीं किया गया.
-संजय सिंह के वकील ने कहा, “जब जांच एजेंसी के मन में आता है, किसी को पकड़ने के लिए पुराने बयानों को निकाल कर ले आते हैं.” संजय सिंह ने सुनवाई के दौरान बोला- “ये तबसे हमारे साथ खेल रहे हैं.”
-मोहित माथुर- मुख्य गवाह (दिनेश अरोड़ा) दोनों मामलों में आरोपी है और दोनों मामलों में सरकारी गवाह बन गया है. एजेंसी, और आपने यह कहकर इसकी निंदा की है कि उन्होंने चतुराई से काम किया और सुप्रीम कोर्ट के आदेश में भी ऐसी ही भाषा सामने आई है… कुछ पहलुओं से अनुचितता उजागर होती है.
-मोहित माथुर ने कहा कि दिनेश अरोड़ा और अमित अरोड़ा के बदलते बयानों पर गौर करें. आज मुझे फंसाने वाला बयान अगस्त का है. अचानक आप केवल अपनी स्वतंत्रता के लिए नाम लेना, दूसरों को इसमें शामिल करना शुरू कर देते हैं. माथुर ने कहा- “कृपया उनका बयान देखें. उन्होंने क्या-क्या सवाल पूछे, वे सभी अस्पष्ट थे, उनसे कुछ भी नहीं निकला.”
-संजय सिंह के वकील माथुर ने कहा, “MOU के बारे में साढ़े 9 महीनों से जानकारी उनके पास थी.  यह तथाकथित अहस्ताक्षरित MOU है. उस समय, मुद्दा मनीष सिसोदिया को अंदर रखने का था इसलिए ये सभी बयान मार्च और अप्रैल में आए. उस वक्त उन्होंने इसे जरूरी नहीं समझा.”
-संजय सिंह के वकील ने कहा कि एक साल में 239 बार सर्च की गई, डिजिटल सबूत के सिवा कुछ नहीं मिला. शराब घोटाला मामले से संजय सिंह का कोई लेनादेना नही है, ये गिरफ्तारी ही अवैध है.
-ED के वकील ने कहा कि मामले में सरकारी गवाह की विश्वसनीयता पर सवाल नहीं उठाया जा सकता है, क्योंकि इसी कोर्ट ने दिनेश अरोड़ा और अन्य लोगों को सरकारी गवाह बनने की इजाज़त दिया है. संजय सिंह के वकील ने जज से कहा कि आप न्याय की कुर्सी पर है आप बेहतर समझ सकते हैं.

शराब नीति घोटाला केस में अब तक क्या-क्या हुआ?
-सीबीआई ने अगस्त 2022 में आबकारी मामले में केस दर्ज किया.
-पहली गिरफ्तारी सितंबर के महीने में विजय नायर की हुई थी.
-25 नवंबर को सीबीआई ने अपनी चार्जशीट दाखिल कर दी थी.
-23 अगस्त 2022 को ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया.
-मनीष सिसोदिया 26 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किए गए.
-अप्रैल 2023 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सीबीआई ने पूछताछ की.
-आबकारी मामले में ED अबतक 4 से ज्यादा चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. 22 गिरफ्तारी हुई.

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