“निजी सवाल पूछे गए…” : घूसकांड पर एथिक्स कमेटी की बैठक से महुआ मोइत्रा के साथ विपक्षी सदस्यों ने किया वॉकआउट

बैठक से अन्य सांसदों के साथ गुस्से से तमतमाती हुईं बाहर निकलीं महुआ मोइत्रा ने संवाददाताओं से कहा, “यह किस तरह की बैठक थी? वे हर तरह के गंदे सवाल पूछ रहे हैं.”

नई दिल्ली : 

संसद की एथिक्स कमेटी की बैठक में आज हंगामा हो गया. तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के साथ विपक्षी दलों के सदस्य भी बैठक से बाहर चले गए. विपक्ष के नेताओं ने कहा कि महिला से पर्सनल सवाल पूछे गए इसलिए उन्होंने वॉक आउट किया.

विपक्षी सदस्यों ने कहा कि महुआ मोइत्रा से पूछा गया कि, आप किस समय मिले, किससे कब बात की, किससे होटल में मिलीं. विपक्ष ने कहा कि हमें यह बोला गया कि यह गोपनीय है पर एक सदस्य सारी जानकारी बाहर दे देते हैं. उन्होंने महिला से अनैतिक सवाल पूछे.

कमेटी की बैठक बीच में छोड़कर निकले विपक्षी सांसद

कमेटी की बैठक बीच में छोड़कर विपक्ष के सांसद गुस्से में आगबबूला होकर बाहर निकले. वे बीजेपी की निंदा कर रहे थे. तेजी से बाहर जातीं महुआ मोइत्रा भी भारी गुस्से में नजर आईं. उनमें से एक बीएसपी सांसद दानिश अली ने कहा कि हमने वॉकआउट किया. कारण पूछने पर उन्होंने कहा कि वॉकआउट इसलिए किया क्योंकि सवाल पूछे जा रहे थे कि आप रात में किससे बात करती हैं. इसका क्या मतलब है.

कैश-फॉर-क्वेरी मामले पर संसद की एथिक्स कमेटी की बैठक में आज तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा से सवाल किए गए. इस बैठक के दौरान विपक्षी सांसदों ने  बहिर्गमन किया. उन्होंने बैठक के संचालन के तरीके पर सवाल उठाया. विपक्षी सांसदों ने कहा कि कमेटी ने मोइत्रा से “व्यक्तिगत और अनैतिक प्रश्न” पूछे और एक सांसद ने बैठक का विवरण बैठक के बीच में ही मीडिया को लीक कर दिया.

गुस्से में तमतमाती हुईं बाहर आईं महुआ मोइत्रा

बैठक से अन्य सांसदों के साथ गुस्से से तमतमाती हुईं बाहर निकलीं महुआ मोइत्रा ने संवाददाताओं से कहा, “यह किस तरह की बैठक थी? वे हर तरह के गंदे सवाल पूछ रहे हैं.”

इससे पहले कमेटी को दिए गए अपने बयान में उन्होंने कहा था कि उनके ”अप्रिय व्यक्तिगत संबंध” के चलते उनके खिलाफ कथित तौर पर कैश फॉर क्वेरी मामले में शिकायत दर्ज कराई गई.

दोपहर के भोजन के बाद जिरह के दौरान जाहिरा तौर पर हंगामा हुआ.

महुआ ने बयान में देहाद्राई से संबंधों का जिक्र ज्यादा किया

महुआ मोइत्रा ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) में शिकायत दर्ज कराने वाले सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई को अपना “जिल्टेड एक्स” कहा. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक समिति के सामने उनके बयान का एक बड़ा हिस्सा देहाद्राई के साथ उनके संबंधों के बारे में था. वे लीक और आरोपों के लिए उन्हें दोषी ठहराती दिखाई दीं.

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, महुआ मोइत्रा का कुछ विपक्षी सांसदों ने समर्थन किया, जिनमें कांग्रेस के एन उत्तम कुमार रेड्डी और बहुजन समाज पार्टी के दानिश अली शामिल थे. दूसरी तरफ वीडी शर्मा सहित बीजेपी के कुछ सदस्य चाहते थे कि वे आरोपों के मूल हिस्से का जवाब दें और व्यक्तिगत संबंध खराब होने के बारे में ही बात न करें.

हीरानंदानी को अपनी संसदीय लॉगिन आईडी देने की बात स्वीकारी

हालांकि महुआ मोइत्रा ने कैश-फॉर-क्वेरी के आरोपों का खंडन किया है, लेकिन उन्होंने व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी को अपनी संसदीय लॉगिन आईडी देने की बात स्वीकार की है.

सवालों से बचने के लिए विपक्ष ने आरोप लगाए : विनोद सोनकर

एथिक्स कमेटी के चेयरमेन विनोद सोनकर ने कहा कि, महुआ ने जांच में सहयोग नहीं दिया. विपक्षी सदस्यों ने गुस्से में आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि, वे सवाल से बचने के लिए बैठक से बाहर निकले. वह केवल और केवल उन पर आरोप हैं. सवाल से बचने के लिए यह आरोप लगाए हैं.

एथिक्स कमेटी की सदस्य बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा कि, महुआ के कंडक्ट की निंदा की जाए. महुआ ने अध्यक्ष के लिए असंसदीय शब्दों का उपयोग किया. उन्होंने कहा कि, कोई अनैतिक सवाल नहीं पूछे गए. वही सवाल पूछे गए जो एफिडेविट में हैं.

अपराजिता सारंगी ने कहा कि, महुआ काफी गुस्से में बोल रही थीं. दो विपक्षी सदस्यों ने टेबल पर जोर से हाथ मारे. महुआ ने कमेटी के अध्यक्ष का अपमान किया.

अपराजिता सारंगी ने कहा कि महुआ मोइत्रा अपने जवाब में बहुत आक्रामक , रक्षात्मक, घमंड से भरपूर और अभद्र थीं.  उनसे जब हीरानंदानी के हलफनामे पर सवाल पूछा गया तो वह टेबल पर हाथ पटक रही थीं और अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे थीं.

महुआ ने चेयरमैन को बेहूदा और बेशरम कहा : अपराजिता सारंगी

अपराजिता सारंगी ने कहा कि, ”दूसरे हाफ में जब महुआ के साथ साक्ष्य की कार्यवाही शुरू हुई तो दानिश अली और गिरधारी यादव ने महुआ को बचाने के लिए हस्तक्षेप किया. बाद में चेयरमैन ने दर्शन हीरानंदानी के हलफनामे को लेकर सवाल पूछना शुरू कर दिया. तभी महुआ चेयरमैन से अभद्रता से पेश आईं.”  उन्होंने कहा कि यह प्रश्न बेहद घटिया है और इस तरह के प्रश्न आपको नहीं पूछना चाहिए. वह बेहद आक्रामक और असभ्य तरीके से बोल रही थीं. इसके बाद गिरधारी और दानिश ने टेबल पीटना शुरू कर दिया.”

अपराजिता सारंगी ने कहा कि, ”इस बात पर भी मतदान हुआ कि कौन से सदस्य इस मुद्दे पर गहन चर्चा के लिए देर रात तक रुकना चाहते हैं. इसमें विपक्षी सदस्य 6-5 मतों से हार गए. बाद में उन्होंने बैठक से वॉकआउट करने का फैसला किया. जाते-जाते महुआ ने चेयरमैन के लिए बेहूदा और बेशरम शब्द का प्रयोग किया.”

महुआ मोइत्रा से हीरानंदानी के हलफनामे को लेकर सीधे सवाल पूछे गए, खासकर उनकी विदेश यात्राओं के बारे में. पूछा गया कि उनकी यात्राओं का खर्च किसने उठाया? यात्राओं के दौरान वे किस होटल में रुकीं और उसका पैसा किसने दिया? मोइत्रा से पूछा गया कि वह पीए कौन था, जो उनकी जगह सवाल पूछा करता था? इन्हीं सवालों पर मोइत्रा असहज हो गईं और ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगीं.

सूत्रों के मुताबिक अब कमेटी में किसी और को बुलाए जाने की संभावना नहीं है. कमेटी अब अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी. रिपोर्ट को एडॉप्ट करने के लिए कमेटी की एक और बैठक होगी.

 

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