आंकड़ों में कोहली होंगे बेहतर, लेकिन असल कप्तान तो गांगुली ही थे, वीरेंद्र सहवाग ने खुलकर की बात

Virendra Sehwag Interview सौरव गांगुली की कप्तानी की आज हर कोई बात करता है उसका कारण है कि जिस वक्त गांगुली को टीम की कमान सौंपी गई थी उस वक्त भारतीय टीम की हालात ठीक नहीं थे। अजय जडेजा पर फिक्सिंग के आरोप लगे थे। उन्होंने बैन कर दिया गया था। इसके बाद टीम में एकजुटता नहीं थी। लगातार मैच हार रहे थे।

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट इतिहास में जब भी बेस्ट कैप्टन की बात आती है तो हमेशा सौरव गांगुली का जिक्र होता है। सौरव गांगुली को जब टीम की कमान सौंपी गई उस वक्त टीम कई विवादों से जूझ रही थी। उस वक्त भारतीय टीम का परफॉर्मेंस बहुत खास नहीं थी। गांगुली से पहले टीम की कमान सचिन तेंदुलकर के हाथों में थी। इस दौरान अजय जडेजा को भी टीम की कमान सौंपी गई थी। मगर उसके बाद जडेजा का नाम फिक्सिंग में आ गया और फिर टीम से बैन र दिया गया। इस दौरान टीम का मनोबल टूटा था और टीम अंतरुनी कलह से भी जूझ रही थी। उस दौरान टीम को मोटिवेट करना और बाकी खिलाड़ियों को साथ लेकर चलना एक चैलेंज था, उस चैलेंज को पूरा किया था सौरव गांगुली ने।
सहवाग का इंटरव्यू
इस बात का जिक्र हम यहां पर क्यों कर रहे हैं इसके पीछे एक कारण है ? एक स्पोर्ट्स चैनल से बातचीत के दौरान भारत के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कुछ सवालों के जवाब दिए। इस सवालों में एक सवाल था कि आपकी नजर में कौन सा कप्तान बेस्ट था ? वीरेंद्र सहवाग ने जो जवाब दिया वो काफी महत्वपूर्ण है। सहवाग का कहना है कि अगर आंकड़ों की बात करेंगे तो निश्चित तौर पर विराट कोहली एक अच्छे कप्तान नजर आएंगे लेकिन अगर एक टीम बनाने की बात की जाए तो अभी तक सौरव गांगुली से अच्छा कप्तान कोई नहीं हुआ जो एक टीम तैयार कर पाए। वो आगे कहते हैं कि सौरव गांगुली ने अपने कप्तानी के दौरान एक अच्छी टीम बनाई थी।गांगुली की कप्तानी पर बोले सहवाग
सहवाग उस वक्त को याद करते हुए कहते हैं कि सौरव गांगुली ने एक नई टीम बनाई थी। वो टीम में नए खिलाड़ियों को मौके देते थे और उनके अच्छे और बुरे वक्त में उनके साथ रहते थे। मुझे शक है कि शायद ही कोहली ने अपनी पूरी कप्तानी के दौरान ऐसा किया हो। सहवाग दो बार विश्वकप विजेता टीम का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दो से तीन साल तक तो विराट कोहली का एक ट्रेंड ही सेट हो गया था वो हर टेस्ट मैच टीम को बदल देते थे चाहे वो टीम मैच जीते या हारे।

मेरी राय में नंबर 1 कप्तान…- वीरेंद्र सहवाग
अगर आप मुझसे पूछे तो मैं अपनी राय में नंबर 1 कप्तान उसको मानता हूं जिसने टीम बनाई हो, खिलाड़ियों को कॉन्फिडेंस दिया हो। कोहली ने कुछ खिलाड़ियों को तो सपोर्ट किया मगर कुछ को नहीं किया। वीरेंद्र सहवाग को सौरव गांगुली ने ही ओपनिंग कराने का फैसला किया था और वो इसके पीछे पड़े रहे। कई मैचों में सहवाग फेल भी हो गए मगर गांगुली ने उनको सपोर्ट किया और विश्व की नंबर वन सलामी जोड़ी सचिन और सहवाग की होती थी।

पंत के बारे में क्या बोले वीरू
ऋषभ पंत के बारे में सवाल पूछे जाने पर सहवाग ने कहा कि सीमित ओवरों के मैच में अगर आप उनसे ओपन कराते हैं तो वो काफी सफल होंगे। सहवाग ने कहा, “हम 50 या 100 रन बनाने के लिए सीमित ओवरों में नहीं खेलते हैं, बल्कि तेज गति से स्कोर करने के लिए खेलते हैं, चाहे स्थिति या विपक्ष कोई भी हो। लेकिन अगर आप उसे नंबर चार या पांच पर खिलाओगे तो वो फिर उस वक्त अपना खेल नहीं बल्कि उस वक्त उस परिस्थिति में जो खेल खेलना होगा वो उस तरह का मैच खेल पाएगा। इसका मतलब ये है कि वो अपना नेचुरल गेम नहीं खेल पाएगा।

पृथ्वी साव को लेकर दिया बयान
सहवाग ने पंत के साथ-साथ पृथ्वी साव के बारे में कहा कि वो भी फ्यूचर में भारतीय टेस्ट टीम में अच्छा प्रदर्शन करता हुआ दिखेगा। उन्होंने कहा कि ये दोनों खिलाड़ी अगर एक ही टीम में साथ खेल रहे हैं तो 400 रन बनना कोई बड़ी बात नहीं होगी और अगर विरोधी टीम है तो वो सोचेगी कि 400 के ऊपर रन ही बनें। उन्होंने कहा कि भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीत सकता है अगर इन दोनों खिलाड़ियों को आप टीम में जगह देते हो तो।

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