पाकिस्तानी पीएम मोदी की पुरानी वीडियो शेयर कर दे रहे इमरान खान को नसीहत, ‘आप भारत के प्रधानमंत्री से सीखें की तोहफे…’

पाकिस्‍तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान सरकारी गिफ्ट तोशाखाना से बेचकर करोड़ों रुपए कमाने के मामले में बुरी तरह ट्रोल हो रहे हैं। पाकिस्तानी यूज़र्स भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक पूरानी वीडियो का इस्तेमाल अपने पूर्व पीएम इमरान ख़ान को नसीहत देने के लिए कर रहे हैं।

पाकिस्‍तान में प्रधानमंत्री की कुर्सी गंवाने वाले इमरान खान विदशों से मिले गिफ्ट को बेचने पर फंस गए हैं। पाकिस्तान की जनता अपने पूर्व पीएम को सरकारी गिफ्ट तोशाखाना से बेचकर करोड़ों रुपए कमाने के मामले में सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं। इमरान खान और उनकी पत्‍नी बुशरा बीबी विदेशों से मिले सोने और हीरे के गिफ्ट को बेचकर पैसे लेने के मामले में बुरी तरह से घिरे हुए हैं। तो वहीं पाकिस्तान में सोशल मीडिया यूजंर्स प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो खूब शेयर किया जा रहा है।
पाकिस्तानी यूजर्स इस वीडियो का इस्तेमाल अपने पूर्व पीएम इमरान खान को नसीहत देने के लिए कर रहे हैं। आपको बता दें, पाकिस्‍तान की नई सरकार ने खुलासा किया है कि इमरान खान ने सरकारी गिफ्ट को तोशाखाना से बेचकर 14 करोड़ 20 लाख रुपये बनाए। पाकिस्तान के कानून के अनुसार किसी दूसरे देश के अतिथि से मिले तोहफे को तोशखाना में रखा जाना चाहिए। पिछले महीने अविश्वास प्रस्ताव में हारने के बाद इमरान खान को पद से हटा दिया गया था। तब से उनकी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ का शहबाज शरीफ नीत सरकार से विदेशी तोहफों पर गतिरोध चल रहा है।
कुछ दिन पहले नई सरकार को इमरान खान द्वारा उनकी आधिकारिक यात्राओं पर मिले तोहफों की जानकारी सार्वजनिक करने का आदेश देते हुए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने कहा था कि दूसरे देशों की सरकारों द्वारा सरकारी अधिकारियों को दिये गये तोहफे पाकिस्तान सरकार के होते हैं, किसी व्यक्ति विशेष के नहीं। जवाब में खान ने कहा कि वे तोहफे उनके हैं और उनकी मर्जी है कि वे इन्हें अपने पास रखते हैं या नहीं। खान ने कहा, “मेरा तोहफा, मेरी मर्जी।”
तो वहीं अब इस मामले को लेकर पाकिस्‍तान में इमरान खान की किरकिरी हो रही है और उन्‍हें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीख लेने की सलाह दी जा रही है। पाकिस्तानी जिस वीडियो को शेयर कर रहे हैं वो साल 2018 का है, जब पीएम मोदी ने ‘भारत की बात’ कार्यक्रम के दौरान भारतीयों से बातचीत की थी। ये कार्यक्रम लंदन के वेस्टमिंस्टर सेंट्रल हॉल में हुआ था।
पाकिस्तान की पत्रकार नायला इनायत ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “इमरान ख़ान की तरह मोदी क्यों नहीं ‘मेरा तोहफ़ा मेरी मर्ज़ी’ कह रहे? भारतीय पीएम बता रहे हैं कि कैसे उन्होंने सरकारी तोहफ़ों की नीलामी कर के उससे मिलने वाले पैसों को बच्चियों की शिक्षा के लिए दिया।”

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