उद्धव ठाकरे कैंप में नहीं थमी बगावत, ठाणे के बाद नवी मुंबई में 32 पार्षदों ने किया शिंदे का समर्थन

गुरुवार को ही ठाणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के 67 में 66 पार्षदों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट का दामन थाम लिया था। खबर है कि सभी पार्षदों ने सीएम के आवास पर पहुंचकर अपना समर्थन जाहिर किया था।

विधायक दल में बगावत के बाद अब निकायों में उद्धव ठाकरे की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। खबर है कि ठाणे के बाद अब बड़ी संख्या में नवी मुंबई के पार्षदों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का समर्थन किया है। इधर, राज्य में कैबिनेट विस्तार को लेकर भी तैयारियां जोरों पर हैं। सीएम शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अंतिम मुहर के लिए राजधानी दिल्ली का दौर कर सकते हैं।

टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, नवी मुंबई के 32 पार्षदों ने सीएम शिंदे का समर्थन किया है। गुरुवार को ही ठाणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के 67 में 66 पार्षदों ने शिंदे गुट का दामन थाम लिया था। खबर है कि सभी पार्षदों ने सीएम के आवास पर पहुंचकर अपना समर्थन जाहिर किया था। खास बात है कि ठाणे में फिलहाल उद्धव गुट का एक ही पार्षद नंदिनी विचारे बाकी है। नंदिनी लोकसभा में शिवसेना के व्हिप राजन विचारे की पत्नी हैं।

ठाणे में पक्ष पदलने वाले मेयर नरेश म्हास्के ने बताया, ‘हम सभी पहले दिन से ही उनके साथ थे। हालांकि, पहले कुछ लोग खुलकर एकसाथ नहीं आए थे। इसलिए हमने फैसला किया है कि हम सभी शिंदे को आधिकारिक समर्थन दिखाने के लिए साथ आना चाहिए। केवल नंदीनी विचारे हमारे साथ नहीं हैं। दो और पार्षद नरेश मानेरा और सुधार कोकाटे भी मौजूद नहीं रह सके, क्योंकि मानेरा की बायपास सर्जरी हुई है और कोकाटे दौरे पर हैं। हालांकि, ये हमारे साथ हैं।’

हालांकि, शिवसेना सुप्रीमो उद्धव को लग रहे झटकों का दौर थमा नहीं है। पूर्व सांसद आनंदराव असुल ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वह भी शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। इधर, बागी विधायकों के समूह में शामिल गुलाबराव पाटील दावा कर चुके हैं कि 18 में से 12 सांसद पक्ष बदल सकते हैं।

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